MYSTICAL | ENERGIZED | SACRED
बुध यंत्र
बुध यंत्र
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बुध यंत्र :
बुध ग्रह के कुप्रभाव को कम करने के लिए यह अत्यंत लाभकारी है। कुंडली में बुध के अशुभ फल देने पर जातक को मानसिक और शारीरिक यातनाओं से बचाता है।
बुध यंत्र के लाभ :
- जीवन के सभी पहलुओं में व्यक्ति को सफलता पाने में मदद करता है।
- इसकी सहायता से शत्रु और नकारात्मक ऊर्जाओं पर विजय प्राप्त होती है।
- इसकी पूजा करने से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- बुध यंत्र की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति आती है।
- कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए यह अत्यंत लाभकारी और सिद्ध उपाय है।
बुध का ज्योतिषीय महत्व :
ज्योतिष में बुध को बुद्धि, वाणी, संचार, व्यापार, शिक्षा, तर्क क्षमता और हास्य का कारक माना जाता है। यह हमारी सीखने की क्षमता, अनुकूलनशीलता और अभिव्यक्ति के तरीके को प्रभावित करता है। कुंडली में बुध की शुभ स्थिति व्यक्ति को बुद्धिमान, वाक्पटु, कुशल व्यापारी और तार्किक बनाती है, जबकि अशुभ स्थिति भ्रम, वाणी दोष, व्यापार में हानि और शिक्षा में बाधाएं उत्पन्न कर सकती है।
बुध यंत्र का स्वरूप और प्रतीकात्मकता :
बुध यंत्र आमतौर पर पीतल या तांबे की प्लेट पर उत्कीर्ण होता है। इसकी संरचना में विशिष्ट ज्यामितीय आकृतियाँ और अंक होते हैं जो बुध की ऊर्जा को केंद्रित करते हैं। यंत्र के मुख्य भाग इस प्रकार हैं:
- बिंदु (Dot): यंत्र के केंद्र में स्थित बिंदु ब्रह्मांडीय ऊर्जा और बुध की केंद्रीय शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह एकाग्रता और ज्ञान का प्रतीक है।
- वृत्त (Circle): बिंदु के चारों ओर बने वृत्त ब्रह्मांड और ऊर्जा के विस्तार को दर्शाते हैं।
- षट्कोण (Hexagon): कुछ बुध यंत्रों में षट्कोण भी बने होते हैं, जो संतुलन और सामंजस्य का प्रतीक हैं।
- अंक (Numbers): यंत्र पर विशिष्ट अंक उत्कीर्ण होते हैं, जो बुध की ऊर्जा आवृत्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- बीज मंत्र (Beeja Mantra): यंत्र पर बुध का बीज मंत्र ("ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः") संस्कृत में लिखा होता है, जो बुध देव की ऊर्जा को आकर्षित और सक्रिय करने में सहायक होता है।
बुध यंत्र के अतिरिक्त लाभ :
ऊपर बताए गए लाभों के अतिरिक्त, बुध यंत्र के कुछ अन्य महत्वपूर्ण लाभ भी हैं:
- बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि: यह यंत्र बुद्धि, विवेक और सीखने की क्षमता को बढ़ाता है। यह छात्रों और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
- संचार कौशल में सुधार: बुध वाणी और संचार का कारक है। इस यंत्र की पूजा से वाक्पटुता, स्पष्ट अभिव्यक्ति और प्रभावी संचार कौशल में सुधार होता है।
- व्यापार और व्यवसाय में सफलता: बुध व्यापार का भी प्रतिनिधित्व करता है। बुध यंत्र की पूजा व्यापार में वृद्धि, नए अवसर प्राप्त करने और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है।
- शत्रुओं और नकारात्मक ऊर्जाओं पर विजय: यह यंत्र नकारात्मक प्रभावों और शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सहायक होता है। यह नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा प्रदान करता है।
- आत्मविश्वास और सकारात्मकता में वृद्धि: बुध यंत्र व्यक्ति के आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ाता है, जिससे जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
- मानसिक शांति और एकाग्रता: इस यंत्र की पूजा मन को शांत करती है और एकाग्रता में सुधार लाती है। यह तनाव और चिंता को कम करने में भी सहायक है।
- स्वास्थ्य लाभ: बुध तंत्रिका तंत्र और त्वचा से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं में लाभप्रद माना जाता है। इसकी पूजा से इन अंगों को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।
- पारिवारिक सुख-शांति: बुध यंत्र घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे पारिवारिक सदस्यों के बीच सामंजस्य और सुख-शांति बनी रहती है।
बुध यंत्र की पूजा विधि :
बुध यंत्र की नियमित पूजा इसके लाभों को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए आवश्यक है:
- नित्य कर्म: प्रतिदिन सुबह या शाम को स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ हरे रंग के वस्त्र धारण करें।
- यंत्र के सामने बैठें: शांत मन से यंत्र के सामने आरामदायक आसन में बैठें।
- शुद्धिकरण: यंत्र पर गंगाजल या पवित्र जल छिड़कें।
- दीपक और धूप: यंत्र के सामने घी या तेल का दीपक जलाएं और हरी सुगंध वाली धूप या अगरबत्ती लगाएं।
- पुष्प अर्पण: हरे रंग के फूल (जैसे चंपा, मोगरा) या पीले रंग के फूल यंत्र पर अर्पित करें।
- मंत्र जाप: बुध देव के मंत्रों का जाप करें। सबसे सरल और प्रभावी मंत्र है: "ॐ बुधाय नमः"। आप दिए गए बीज मंत्र "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" का भी जाप कर सकते हैं। अपनी श्रद्धा और समय के अनुसार 108 बार या अधिक जाप करें।
- बुध चालीसा या स्तोत्र का पाठ: यदि संभव हो, तो बुध चालीसा या बुध स्तोत्र का पाठ करें। यह बुध देव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है।
- भोग अर्पण: बुध देव को हरी वस्तुएं जैसे हरी मूंग दाल, हरी सब्जियां या मिठाई का भोग लगाएं।
- प्रार्थना: अंत में, हाथ जोड़कर बुध देव से अपनी मनोकामनाएं कहें और उनसे बुद्धि, विद्या, व्यापार में सफलता और सुख-शांति प्रदान करने की प्रार्थना करें।
- नियमितता: इस पूजा को नियमित रूप से करें, खासकर बुधवार के दिन इसका विशेष महत्व है।
बुध यंत्र की स्थापना विधि :
बुध यंत्र को स्थापित करने के लिए सही विधि का पालन करना महत्वपूर्ण है ताकि इसके पूर्ण लाभ प्राप्त हो सकें:
- शुभ दिन और मुहूर्त का चयन: बुध यंत्र की स्थापना के लिए बुधवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिन बुध देव को समर्पित है। इसके अतिरिक्त, किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर बुध नक्षत्र या अन्य शुभ मुहूर्त का चयन करना उत्तम होता है।
- स्थान का चुनाव: यंत्र को घर के उत्तर दिशा में स्थापित करना आदर्श माना जाता है, क्योंकि वास्तुशास्त्र के अनुसार यह दिशा बुध से संबंधित है। आप इसे अपने पूजा कक्ष, अध्ययन कक्ष या व्यापारिक स्थल पर स्थापित कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि यंत्र आसानी से दिखाई दे और उसकी नियमित पूजा संभव हो।
- शुद्धिकरण: स्थापना से पहले यंत्र और उस स्थान को गंगाजल या किसी अन्य पवित्र जल से शुद्ध करें। आप धूप और अगरबत्ती जलाकर वातावरण को भी शुद्ध कर सकते हैं।
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यंत्र की स्थापना:
- एक साफ हरे रंग का कपड़ा लें और उसे स्थापना के स्थान पर बिछाएं। हरा रंग बुध से संबंधित है और विकास तथा बुद्धि का प्रतीक है।
- यंत्र को कपड़े के ऊपर स्थापित करें।
- बुध देव का ध्यान करें और उनसे प्रार्थना करें कि वे इस यंत्र में अपनी सकारात्मक ऊर्जा स्थापित करें और आपको लाभ प्रदान करें।
- प्राण प्रतिष्ठा (वैकल्पिक): यदि संभव हो, तो किसी विद्वान पंडित से यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा करवाएं। प्राण प्रतिष्ठा एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से यंत्र में देवता की ऊर्जा को आह्वानित किया जाता है, जिससे यह और भी शक्तिशाली बन जाता है।
बुध यंत्र के उपयोग में सावधानियां :
- यंत्र की पवित्रता का विशेष ध्यान रखें। इसे हमेशा साफ और स्वच्छ रखें।
- महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान यंत्र को छूने से बचना चाहिए।
- यदि यंत्र किसी कारण से खंडित हो जाए, तो उसे तुरंत बदल दें। खंडित यंत्र की पूजा फलदायी नहीं मानी जाती।
- यंत्र पर किसी भी प्रकार की अपवित्र वस्तु न रखें।
- अपनी श्रद्धा और विश्वास को बनाए रखें। यंत्र की शक्ति आपके विश्वास और समर्पण पर भी निर्भर करती है।
निष्कर्ष :
बुध यंत्र एक शक्तिशाली यंत्र है जो बुद्धि, वाणी, व्यापार और सकारात्मकता को बढ़ाने में सहायक है। यह बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता और शांति प्रदान करता है। छात्रों, व्यापारियों और संचार के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए इसकी नियमित पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है। हालांकि, इसकी पूजा विधिपूर्वक और सावधानी से करनी चाहिए, और किसी भी संदेह की स्थिति में ज्योतिषी से मार्गदर्शन लेना उचित है।
यंत्र मेटल का बना हुआ है. यंत्र की साइज़ 3 इंच x 3 इंच है.
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